स्त्री
- 1
शरीर की नस, नाड़ी
मूल
फ़ा॰
स्त्री
- 1
रेंगने की क्रिया
स्त्री
- 1
रेत
मूल
फ़ा॰
पुल्लिंग
- 1
केवल आँखों से अनुभव होनेवाला पदार्थ के आकार और रूप से भिन्न एक गुण, वर्ण (जैसे—नीला रंग, काला रंग आदि)
- 2
विशिष्ट रासायनिक क्रियाओं से चीज़ को रँगने के काम आनेवाला पदार्थ (जैसे—तैल रंग, जल रंग)
- 3
पदार्थ अथवा शरीर का ऊपरी वर्ण, रंगत (जैसे—चेहरे का रंग, मुँह का रंग)
- 4
रौनक, शोभा (जैसे—युवती का रंग देखो)
- 5
अनुराग, प्रेम (जैसे—अपने रंग में मिलाना)
- 6
मनोविनोद हेतु की गई क्रीड़ा तथा उससे प्राप्त आनंद या मौज (जैसे—नृत्य कला में रंग प्राप्त करना)
- 7
यौवन, जवानी (जैसे—उसका रंग देखने लायक है)
- 8
धाक, रोब, आतंक (जैसे—इस क्षेत्र में दारोगा का रंग है)
- 9
अद्भुत दृश्य (जैसे—आख़िर तुमने एक रंग दिखा ही दिया)
- 10
नृत्य, संगीत आदि उत्सव (जैसे—नाच रंग)
- 11
अभिनय स्थल, नाट्य स्थल (जैसे—रंगमंच)
- 12
दशा, हालत, अवस्था (जैसे—रंग-ढंग)
- 13
अनेक प्रकार (जैसे—रंग बिरंगा)
- 14
लड़ाई, युद्ध (जैसे—रंग भूमि)
मूल
सं॰
पुल्लिंग
- 1
राँगा नामक धातु
- 2
खदिर सार
मूल
सं॰